स्व-चिकित्सा करते समय हमेशा सतर्क रहें और अपने डॉक्टर की सलाह का पालन करें।
दवाओं का उपयोग लापरवाही से न करें, क्योंकि दवाओं का चयापचय आमतौर पर यकृत और गुर्दे के माध्यम से होता है। यदि कुछ दवाओं का अधिक मात्रा में उपयोग किया जाता है, तो वे लीवर के साथ-साथ किडनी के ऊतकों पर भी अधिक बोझ डालती हैं, जिससे संभावित रूप से अपरिवर्तनीय क्षति हो सकती है।